शुभमन गिल पर रवि शास्त्री का गुस्सा: कितनी दूर तक पहुंचे?

NewZclub

रवि शास्त्री, जो पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रह चुके हैं, ने शुभमन गिल के टेस्ट मैचों में खराब प्रदर्शन को लेकर चल रही चर्चाओं को खारिज कर दिया है। वे मानते हैं कि गिल और ऋषभ पंत भविष्य में टेस्ट टीम के कप्तान बनने के लिए मजबूत उम्मीदवार हैं। शास्त्री ने कहा कि गिल की उम्र और उनके पास क्रिकेट का एक लंबा करियर होने के कारण उन्हें इस भूमिका के लिए तैयार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब लोग गिल के विदेशी रिकॉर्ड की बात करते हैं, तो उन्हें अपने खुद के प्रदर्शन पर भी नजर डालनी चाहिए।

शास्त्री ने यह भी कहा कि गिल को खेलने का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गिल एक क्लास खिलाड़ी हैं और उनके पास देश के लिए क्रिकेट खेलने का एक दशक है। शास्त्री को यकीन है कि एक बार जब गिल विदेशी धरती पर खेलेंगे, तो वह अपने पिछले प्रदर्शन को सुधारेंगे। उनके अनुसार, गिल में सभी गुण हैं और वह जल्द ही अपने खेल में निखार लाएंगे।

शास्त्री ने जसप्रीत बुमराह पर नेतृत्व का दबाव नहीं डालने की बात कही। बुमराह भारतीय गेंदबाजी विभाग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें कप्तानी के साथ-साथ अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। भारत का अगला दौरा इंग्लैंड के लिए है, जिसमें नए कप्तान का चयन किया जाएगा। शास्त्री ने कहा कि खिलाड़ियों को सीखने का अवसर दिया जाना चाहिए, और बुमराह को अपनी चोट से उबरने में समय देना चाहिए।

शास्त्री के अनुसार, शुभमन गिल और ऋषभ पंत में कप्तानी के गुण हैं। दोनों खिलाड़ी अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी में कप्तानी कर रहे हैं और उनके अनुभव से उन्हें भविष्य में काफी फायदा होगा। गिल और पंत की उम्र उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त बनाती है, और शास्त्री को पूरा विश्वास है कि वे टीम को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।

ऋषभ पंत ने 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 श्रृंखला में भारत की कप्तानी की थी। वहीं, शुभमन गिल ने पिछले वर्ष जिम्बाब्वे में पांच मैचों की श्रृंखला में टीम की कप्तानी की थी। शास्त्री का मानना है कि दोनों खिलाड़ियों ने कप्तानी के अनुभव से खुद को साबित किया है।

बुमराह ने तीन टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है, लेकिन चोट के चलते वह कुछ समय के लिए खेल नहीं पाए थे। उनका बैक इंजरी ने उन्हें 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी में भी भाग लेने से रोक दिया था। बुमराह की फिटनेस अभी भी एक चिंता का विषय है, और यह देखना होगा कि क्या वह इंग्लैंड के दौरे पर सभी पांच टेस्ट खेल पाएंगे।

शास्त्री ने कहा कि बुमराह को कप्तान बनने के दबाव से बचाना चाहिए। बुमराह को अपनी फिटनेस को प्राथमिकता देनी चाहिए और खेल को एक बार में लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आईपीएल में खेलने के बाद अब बुमराह के लिए टेस्ट क्रिकेट का दबाव अलग होगा।

शास्त्री ने निष्कर्ष निकाला कि बुमराह को कप्तान बनाने से उनकी गेंदबाजी क्षमता से समझौता नहीं होना चाहिए। उन्हें अपनी फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और धीरे-धीरे अपने खेल में वापस लौटना चाहिए। भारतीय क्रिकेट को भविष्य में इन युवा खिलाड़ियों की जरूरत है, और शास्त्री को विश्वास है कि वे देश का नाम रोशन करेंगे।

Leave a Comment