टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट में एक नए अध्याय में कदम रखा है, जिसमें शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया है और ऋषभ पंत को उनका डिप्टी नियुक्त किया गया है। यह बदलाव विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की सेवानिवृत्ति के बाद आया है। चयन समिति, जिसका नेतृत्व अजीत अगरकर कर रहे हैं, ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि उनका ध्यान अगली पीढ़ी को तैयार करने पर है। हालांकि, केएल राहुल, जो एक अनुभवी बल्लेबाज हैं, इस बदलाव के प्रति पूरी तरह सहमत नहीं हैं।
ऋषभ पंत और शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया एक नई दिशा की ओर बढ़ रही है। केएल राहुल ने नासिर हुसैन के साथ एक बातचीत में बताया कि उन्हें बार-बार खुद को साबित करने का दबाव महसूस होता है। उन्होंने कहा कि यह एक एथलीट के जीवन का हिस्सा है, लेकिन जब निर्णय लेने वाले खिलाड़ियों की हालिया प्रदर्शन को भूल जाते हैं, तो यह चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
राहुल ने कहा कि उन्हें खुद को साबित करने में कोई समस्या नहीं है, क्योंकि खेल में हमेशा प्रदर्शन करना जरूरी है। यह सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी के लिए लागू होता है। अंतरराष्ट्रीय एथलीट होने के नाते यह हमेशा एक चुनौती है, और वे इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों के लिए भी इसी तरह की प्रतिस्पर्धा देखते हैं।
राहुल ने आगे कहा कि असली कठिनाई तब होती है जब निर्णय लेने वाले खिलाड़ी के हालिया प्रदर्शन को भूल जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहा है, खासकर जब वे अपने खेल में निरंतरता बनाए रखने का प्रयास करते हैं। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर सोचने की आवश्यकता है।
राहुल का आईपीएल अभियान खत्म हो चुका है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि भारत का अगला वनडे कार्यकम कब होगा। 33 वर्षीय खिलाड़ी का मानना है कि मौकों के बीच लंबे अंतराल के कारण ‘अगली पीढ़ी को तैयार करने’ की चर्चा अचानक शुरू हो जाती है, जो उन्हें निराश करता है।
राहुल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि अगला वनडे सीरीज कब होगा, लेकिन जब इंग्लिश गर्मी खत्म होती है, तो लोग लिखना और टिप्पणी करना शुरू कर देते हैं कि हमें 2027 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों की तलाश करनी चाहिए। कभी-कभी, एक खिलाड़ी के रूप में, वे सोचते हैं कि जब कुछ सही चल रहा है तो बदलाव की आवश्यकता क्यों है।
हालांकि, राहुल ने कहा कि यह उनके लिए चुनौती नहीं है, बल्कि यह सभी के लिए है। हर खिलाड़ी को अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए लगातार प्रदर्शन करना होता है। यह एक ऐसा दबाव है जो खिलाड़ियों पर हमेशा बना रहता है।
इस पूरे परिवर्तन के बीच, टीम इंडिया की नई दिशा और युवा खिलाड़ियों को तैयार करने की योजना पर सभी की नजरें हैं। क्रिकेट प्रेमी यह देखना चाहते हैं कि आने वाले समय में टीम किस तरह से प्रदर्शन करती है और नए कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत की अगुवाई में टीम का भविष्य कैसा होगा।