भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह निर्णय खासतौर पर इस बड़े बदलाव के समय में लिया गया है, जहां ऋषभ पंत उनके उपकप्तान होंगे। गिल केवल 25 वर्ष के हैं और वे भारत के चौथे सबसे युवा टेस्ट कप्तान बन गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला 20 जून को लीड्स में शुरू होगी। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा कि हम इस बदलाव के लिए शुभमन को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं। यह एक उच्च दबाव वाली जिम्मेदारी है, लेकिन गिल एक शानदार खिलाड़ी हैं। हमें उनकी सफलता की कामना है।
ऋषभ पंत पिछले चार-पांच वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। अगरकर ने बताया कि पंत एक विकेटकीपर के रूप में खेल को अच्छी तरह समझते हैं, यही कारण है कि उन्हें गिल का उपकप्तान बनाया गया है। पंत की भूमिका टीम में महत्वपूर्ण है और उनकी अनुभव का लाभ गिल को मिलेगा। अगरकर ने पंत के बारे में यह भी कहा कि वह एक अच्छे खिलाड़ी हैं और टीम में उनका योगदान अहम रहेगा।
चुनावकर्ताओं का यह निर्णय रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के संन्यास के बाद आया है। दोनों ने हाल ही में एक हफ्ते के भीतर क्रिकेट को अलविदा कहा। इस बदलाव के चलते चयनकर्ताओं ने युवा प्रतिभाओं को मौका देने का निर्णय लिया है, जिससे टीम की नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का अवसर मिले। यह बदलाव भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई शुरुआत है।
इस श्रृंखला में युवा बाएं हाथ के बल्लेबाज साई सुदर्शन और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुनदीप सिंह को पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। अगरकर ने कहा कि साई को आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर नहीं चुना गया है, बल्कि उनकी खेल की मानसिकता और क्षमता को देखकर उन्हें मौका दिया गया है। चयनकर्ताओं ने उन्हें लंबे समय से देखा है और उनकी प्रतिभा को मान्यता दी है।
करुण नायर को आठ साल बाद राष्ट्रीय टीम में पुनः शामिल किया गया है। उन्होंने आखिरी बार 2017 में खेला था और तब से उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। नायर ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में ट्रिपल सेंचुरी बनाकर एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाया था। उनकी वापसी से टीम में अनुभव की एक नई लहर आएगी।
एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि मोहम्मद शमी को इस श्रृंखला के लिए फिट नहीं माना गया है, जो कि टीम के लिए एक बड़ी कमी है। अगरकर ने कहा कि शमी की फिटनेस स्तर आवश्यकताओं पर खरा नहीं उतरा है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि वह उपलब्ध रहेंगे, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह पूरी तरह से फिट नहीं हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से हार्शित राणा और सरफराज़ खान को टीम से बाहर कर दिया गया है। गिल के अलावा, जसप्रीत बुमराह भी कप्तानी के लिए एक मजबूत दावेदार थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने 25 वर्षीय गिल को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया। गिल की अद्वितीय प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन उन्हें टेस्ट क्रिकेट में खुद को साबित करना है, खासकर सैना देशों के खिलाफ।
यह बदलाव भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा मोड़ है। रोहित और विराट जैसे बड़े खिलाड़ियों का लंबे समय तक टीम में रहना और अब उनके जाने के बाद नई पीढ़ी के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा। अगरकर ने कहा कि यह वास्तव में एक बड़ा बदलाव है और नए खिलाड़ियों को अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा।
भारत की इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम: शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान), यशस्वी जयसवाल, के एल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईस्वरन, करुण नायर, नितीश रेड्डी, रविंद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रदीप कृष्णा, आकाश दीप, अर्जुनदीप सिंह और कुलदीप यादव।