क्या पुजारा की वापसी से चमकेगा इंग्लैंड टेस्ट सीरीज?

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Cheteshwar Pujara को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला में शामिल नहीं किया जाएगा, ऐसा एक रिपोर्ट में कहा गया है। क्रिकेट प्रशंसकों के बीच इस पर चर्चा हो रही थी कि क्या वह इस श्रृंखला में वापसी करेंगे, खासकर जब विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है। हालांकि, चयनकर्ताओं का कहना है कि वे पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहते हैं। इस स्थिति में, युवा खिलाड़ियों जैसे सरफराज खान और देवदत्त पडिक्कल को मौका मिल सकता है। यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है क्योंकि भारत को नए चेहरे की आवश्यकता है।

चयनकर्ता शनिवार को इस टीम के लिए एक नए टेस्ट कप्तान का चयन करेंगे और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के लिए अंतिम टीम की घोषणा करेंगे। यह श्रृंखला भारतीय टीम के लिए एक लंबी संक्रमण यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। नए कप्तान के चयन के साथ ही, टीम को इंग्लैंड में होने वाले कठिन मैचों के लिए तैयारी करनी होगी। चयनकर्ताओं को इस बात का ध्यान रखना होगा कि टीम में अनुभव और युवा प्रतिभा का संतुलन कैसे बनाया जाए।

शुभमन गिल इस नई नेतृत्व भूमिका के लिए प्रमुख उम्मीदवार हैं। कोहली और शर्मा के संन्यास के बाद, गिल की जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्हें इस नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा, जसप्रीत बुमराह भी इस भूमिका के लिए एक मजबूत दावेदार हैं, लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर कुछ सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं को सही निर्णय लेना होगा।

रिषभ पंत ने इस आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन वह टेस्ट में भारत की युवा टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बने रहेंगे। चयनकर्ता उन्हें उपकप्तान बनाने की योजना बना रहे हैं। इस प्रकार, टीम में बदलाव की उम्मीद कम है, लेकिन नेतृत्व के मुद्दे पर विचार करना आवश्यक होगा। पंत की भूमिका आने वाले समय में महत्वपूर्ण हो सकती है।

रोहित और कोहली के चले जाने से टीम में एक बड़ा खालीपन आ गया है, लेकिन केएल राहुल जैसे अनुभवी खिलाड़ी इस स्थिति में मदद कर सकते हैं। राहुल के अनुभव से युवा खिलाड़ियों को दिशा मिल सकती है। इसके साथ ही, टीम में अन्य प्रतिभावान खिलाड़ियों की मौजूदगी भी महत्वपूर्ण है, जो टीम को मजबूती प्रदान कर सकती है।

आर अश्विन के संन्यास के बाद, रविंद्र जडेजा अब स्पिन विभाग में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। इंग्लैंड की परिस्थितियों में चयनकर्ताओं को यह देखना होगा कि वे कितने स्पिनरों को शामिल करते हैं। यह निर्णय टीम की रणनीति और इंग्लैंड की पिच की स्थिति पर निर्भर करेगा।

यदि टीम में केवल दो स्पिनर शामिल किए जाते हैं, तो वाशिंगटन सुंदर को मौका मिल सकता है। सुंदर ने कई प्रारूपों में अच्छे प्रदर्शन किए हैं और उन्हें अनुभव का लाभ मिल सकता है। दूसरी ओर, कुलदीप यादव भी एक संभावित विकल्प हैं, लेकिन उन्हें चयनकर्ताओं के सामने अपनी क्षमता साबित करनी होगी।

इस प्रकार, भारत की टेस्ट टीम में बदलाव की एक नई लहर आ रही है, जिसमें युवा खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। चयनकर्ता नए कप्तान और टीम का चयन करते समय कई महत्वपूर्ण फैक्टर पर विचार करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन से खिलाड़ी इस चुनौती का सामना करेंगे और किस तरह से टीम का प्रदर्शन होगा।

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