इस वर्ष का भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) का 18वां संस्करण काफी दिलचस्प रहा है, जिसमें मैदान पर और मैदान के बाहर दोनों जगह बहुत सा नाटक देखने को मिला है। यह टूर्नामेंट 17 मई को 10 दिन के राजनीतिक तनाव के बाद फिर से शुरू हुआ। इस सीजन में कुछ यादगार प्रदर्शन देखने को मिले, लेकिन कुछ बड़े खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने अपनी प्रतिष्ठा पर पानी फेर दिया है। इस लेख में हम उन पांच सितारों पर चर्चा करेंगे जो इस संस्करण में चमक नहीं पाए।
ग्लेन मैक्सवेल का इस आईपीएल में प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा। ऑस्ट्रेलियाई टी20 सुपरस्टार ने छह पारियों में केवल 48 रन बनाए और उनकी स्ट्राइक रेट भी 97.95 रही। एक अंगुली की चोट के कारण उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। इस सीजन में उन्होंने चार बार एकल अंक में स्कोर किया और स्पिनरों के खिलाफ उनकी स्थिति बहुत खराब रही। मैक्सवेल का पिछले सीजन में भी प्रदर्शन खराब रहा था, जहां उन्होंने नौ पारियों में केवल 52 रन बनाए।
रिषभ पंत को लखनऊ सुपर जायंट्स ने 27 करोड़ में खरीदा, जिससे वह आईपीएल नीलामी के इतिहास में सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। हालांकि, पंत के लिए यह सीजन बेहद निराशाजनक रहा है। उन्होंने 11 मैचों में केवल 128 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 99.22 है, जो कि इस सीजन में 100 से अधिक रन बनाने वाले सभी बल्लेबाजों में सबसे कम है। पंत ने इस सीजन में छह बार एकल अंक में स्कोर किया और उनकी धीमी बल्लेबाजी ने लखनऊ के मध्यक्रम पर दबाव डाला है।
मुहम्मद शमी ने आईपीएल के पिछले पांच संस्करणों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, लेकिन इस सीजन में उनकी फॉर्म में गिरावट आई है। शमी ने सिर्फ 9 मैचों में 6 विकेट लिए हैं और उनका औसत 56.17 रहा है। उनके महंगे गेंदबाजी के कारण सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। इस सीजन में उनकी इकॉनमी रेट 11.23 रही है, जो उनके लिए निराशाजनक है। शमी को कुछ मैचों के लिए प्लेइंग इलेवन से भी बाहर होना पड़ा।
जेक फ्रेजर-मैकगुर्क पिछले साल आईपीएल के एक चमकते सितारे रहे थे, लेकिन इस सीजन में उनका प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। उन्होंने छह पारियों में केवल 55 रन बनाए और उनकी स्ट्राइक रेट 105.76 रही। युवा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने इस सीजन में तेज गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष किया है और उनकी अधिकतर विकेट तेज गेंदबाजों द्वारा ली गई हैं। यह उनके लिए एक कठिन सीखने का अनुभव रहा है।
राचिन रवींद्र के लिए यह आईपीएल 2025 बड़ा ब्रेकथ्रू सीजन होने वाला था, लेकिन वह अपनी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। उन्होंने 8 पारियों में केवल 191 रन बनाए और उनका एकमात्र अर्धशतक पहले मैच में आया था। इसके अलावा, वह चार पारियों में पूरी तरह से असफल रहे। रवींद्र ने इस सीजन में तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी संघर्ष किया है, जो उनके लिए चिंता का विषय है।
इस आईपीएल में कई बड़े खिलाड़ियों की निराशाजनक परफॉर्मेंस ने उनकी टीमों के प्रदर्शन को प्रभावित किया है। कुछ खिलाड़ियों को अपने खेल में सुधार की आवश्यकता है, जबकि अन्य ने अपनी फॉर्म में सुधार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। आने वाले मैचों में देखना होगा कि क्या ये खिलाड़ी अपनी खोई हुई लय को वापस पा सकते हैं।
आईपीएल 2025 के इस संस्करण ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक दिए हैं कि क्रिकेट में निरंतरता कितनी महत्वपूर्ण है। खिलाड़ियों की निराशाजनक परफॉर्मेंस ने दिखाया है कि किसी भी खिलाड़ी को अपने करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। अब सभी की नजरें अगले सीजन पर होंगी, जहां हम इन खिलाड़ियों को फिर से उत्कृष्टता के लिए संघर्ष करते देखेंगे।