RP-संजिव गोयनका ग्रुप के अध्यक्ष और लखनऊ सुपर जायंट्स IPL टीम के मालिक संजीव गोयनका और उनका परिवार तिरुपति तिरुमाला मंदिर गए और वहाँ पूजा-अर्चना की। यह मंदिर, जो भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है, भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले धार्मिक स्थलों में से एक है, जो हर साल लाखों भक्तों को आकर्षित करता है। संजीव गोयनका और उनके परिवार का यह मंदिर दौरा इस IPL सीजन की शुरुआत से एक दिन पहले हुआ, जबकि IPL एक हफ्ते के लिए भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण निलंबित कर दिया गया था।
पारिवारिक यात्रा के दौरान, संजीव गोयनका ने भगवान वेंकटेश्वर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। तिरुपति मंदिर की भव्यता और धार्मिक महत्व सभी भक्तों को एक विशेष अनुभव प्रदान करता है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। संजीव गोयनका का यह कदम न केवल उनके धार्मिक विश्वास को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वे अपने जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को भगवान के सामने समर्पित करना पसंद करते हैं।
हाल ही में, लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज मयंक यादव को चोट के कारण आईपीएल के बचे हुए मैचों से बाहर कर दिया गया है। यह खबर टीम के प्रशंसकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। मयंक यादव, जो केवल 22 वर्ष के हैं, की जगह न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज विलियम ओ’रूर्क को लिया गया है। इस चोट के कारण, मयंक यादव का आईपीएल में आगे खेलना संभव नहीं हो सकेगा।
आईपीएल ने इस निर्णय की घोषणा की है, जिसमें कहा गया है कि मयंक यादव की पीठ में गंभीर चोट है। उनकी जगह लिए गए ओ’रूर्क ने पहले भी न्यूजीलैंड के लिए खेला है और उनके प्रदर्शन की उम्मीदें टीम के लिए सकारात्मक हो सकती हैं। ओ’रूर्क को 3 करोड़ रुपये के रिजर्व मूल्य पर टीम में शामिल किया गया है, जिससे लखनऊ सुपर जायंट्स की गेंदबाजी लाइनअप को मजबूती मिलेगी।
इस सीजन में ओ’रूर्क ने 5 T20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 5 विकेट लिए हैं, और 38 T20 मैचों में उनका प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा है। उनकी गेंदबाजी औसत 26.05 के आसपास है, जो उन्हें एक प्रभावी विकल्प बनाता है। लखनऊ सुपर जायंट्स के प्रशंसक उनकी आगमन की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे टीम को आगे बढ़ने में मदद मिल सकेगी।
इस प्रकार, संजीव गोयनका का तिरुपति मंदिर दौरा और मयंक यादव की चोट आईपीएल के इस सीजन में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकते हैं। धार्मिक आस्था और खेल की दुनिया का यह अनूठा संगम दर्शाता है कि जीवन में कभी-कभी व्यक्तिगत और पेशेवर पहलुओं का सामंजस्य कैसे बनाना होता है। उम्मीद है कि लखनऊ सुपर जायंट्स जल्द ही इस सीजन में अपनी खोई हुई गति को पुनः प्राप्त कर लेगी।
इस प्रकार, संजीव गोयनका और उनके परिवार का तिरुपति मंदिर जाना न केवल एक धार्मिक यात्रा है, बल्कि यह एक यादगार क्षण भी है जो भारतीय क्रिकेट और भक्तों के बीच एक नई कहानी जोड़ता है। उम्मीद है कि यह यात्रा उनके और उनकी टीम के लिए शुभ साबित होगी।
आइए देखें कि कैसे यह सब घटनाएँ आगे बढ़ती हैं और भारतीय प्रीमियर लीग के इस सीजन में हमें और क्या देखने को मिलता है।