रोहित शर्मा ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गवस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट में कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने इस निर्णय पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यह एक गलत कदम था और यह संकेत दिया कि हो सकता है कि रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का मन बना लिया हो। इस श्रृंखला में रोहित का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जहां उन्होंने पांच पारियों में केवल 6.20 की औसत से रन बनाए। उनका संघर्ष इस बात की ओर इशारा करता है कि उनका आत्मविश्वास डगमगा गया था।
कैफ ने कहा कि जब रोहित ने सिडनी में खुद को अंतिम एकादश से बाहर किया, तो उन्हें यह महसूस हुआ कि यह सही समय नहीं था। उन्होंने कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण मैच में हमें एक कप्तान की जरूरत थी। जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाया गया, लेकिन वह भी टीम को जीत दिलाने में असफल रहे। कैफ का मानना है कि रोहित के निर्णय ने कई सवाल खड़े कर दिए और हो सकता है कि उन्होंने तब ही रिटायरमेंट का मन बना लिया हो।
रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की। उनका टेस्ट करियर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक से शुरू हुआ था। उन्होंने 67 टेस्ट मैचों में 4,301 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। रोहित ने भारत की कप्तानी 24 टेस्ट मैचों में की, जिसमें से 12 में जीत और 9 में हार का सामना करना पड़ा। उनका यह सफर भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है।
जून 2024 में, रोहित ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से भी रिटायरमेंट की घोषणा की। उन्होंने भारत को 2024 पुरुषों के टी20 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत दिलाने के बाद यह फैसला लिया। उनकी रिटायरमेंट के बाद, शुबमन गिल टेस्ट क्रिकेट के नए कप्तान बनने के लिए सबसे आगे हैं। अजित अगारकर की अगुवाई वाली चयन समिति नई ऊर्जा और युवा खिलाड़ियों को टीम में लाने की कोशिश कर रही है।
रोहित शर्मा का क्रिकेट करियर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय रहेगा। उनके द्वारा किए गए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके रिटायरमेंट के बाद, युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर होगा कि वे अपनी प्रतिभा को साबित कर सकें। भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए नए कप्तान और नए चेहरे महत्वपूर्ण होंगे।
रोहित के रिटायरमेंट के बाद, भारतीय टीम को एक नई दिशा में ले जाने की जरूरत है। युवा खिलाड़ियों को अवसर देने से टीम को नई ऊर्जा मिलेगी। शुबमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी कप्तानी में अपनी क्षमता दिखा सकते हैं। इससे टीम में न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, बल्कि नए खिलाड़ियों को भी अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा।
रोहित शर्मा की रिटायरमेंट से उनके फैंस में उदासी छाई हुई है। वे भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं। उनके फैंस हमेशा उनकी यादों को संजो कर रखेंगे। क्रिकेट के मैदान पर उनके द्वारा किए गए अद्भुत प्रदर्शन को लोग कभी नहीं भूलेंगे।
आखिरकार, रोहित शर्मा का क्रिकेट करियर एक प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने अपने खेल के जरिए लाखों लोगों को प्रेरित किया है। अब जब उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा की है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय शुरू होने का समय है। सभी की नजरें अब नए कप्तान और खिलाड़ियों पर होंगी।