Rohit शर्मा ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से अपनी संन्यास की घोषणा की, जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के एक शानदार अध्याय का अंत हो गया। 38 वर्षीय बल्लेबाज ने इंस्टाग्राम पर इस खबर को साझा करते हुए अपने प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त किया और खेल के इस लंबे प्रारूप में अपने सफर पर विचार किया। पूर्व भारतीय कप्तान और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रोहित के इस फैसले पर एक दिलचस्प टिप्पणी की।
गांगुली ने कहा कि वह भारत के लिए एक महान खिलाड़ी हैं, लेकिन किसी को खेल छोड़ना ही होता है। उन्होंने रोहित को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने एक बेहतरीन करियर बिताया है और वह एकदिवसीय और IPL में खेलते रहेंगे। गांगुली ने यह भी कहा कि जब वह BCCI का हिस्सा थे, तब उन्हें विश्वास था कि रोहित भारत के लिए एक महान कप्तान बनेंगे, और उन्होंने विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और टेस्ट क्रिकेट में जीत दर्ज की।
रोहित ने नवंबर 2013 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट में पदार्पण किया और 67 टेस्टों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 212 है, जो 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान आया था। वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के 16वें सर्वोच्च रन-गेटर बने।
रोहित ने 2013 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 177 रन बनाकर अपने टेस्ट सफर की शुरुआत की। हालांकि, शुरुआत में उन्हें लंबे प्रारूप में एक शीर्ष बल्लेबाज के रूप में खुद को स्थापित करने में कठिनाई हुई, विशेष रूप से विदेशी दौरे पर। 2013 से 2018 के बीच, रोहित ने केवल 27 टेस्ट खेले और 1,585 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और 10 अर्धशतक शामिल थे।
उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 151 रहा है। दाएं हाथ के बल्लेबाज को विदेशी धरती पर, विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में संघर्ष करना पड़ा। इन देशों में सफलता अक्सर एक महान भारतीय बल्लेबाज की पहचान मानी जाती है।
रोहित का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन अद्वितीय था, जहां उन्होंने 34 टेस्ट में 2,535 रन बनाए, जिसमें 10 शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, विदेशी परिस्थितियों में उनकी कठिनाइयां स्पष्ट थीं, जहां उन्होंने 31 टेस्ट में 1,644 रन बनाए, जिसमें केवल दो शतक और 10 अर्धशतक शामिल थे।
न्यूट्रल स्थलों पर, उन्होंने दो टेस्ट में 122 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 43 था। उनके विदेशी धरती पर सर्वश्रेष्ठ क्षण 2021-22 के पटौदी ट्रॉफी में आया, जहां उन्होंने चार टेस्ट में 368 रन बनाए और भारत के प्रमुख रन-गेटर बने। इस श्रृंखला में 127 रन की यादगार पारी भी शामिल थी, जो SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में उनका एकमात्र शतक था।
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना एक युग के अंत का प्रतीक है। उनके योगदान और उपलब्धियों को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनके प्रशंसक उनकी एकदिवसीय और आईपीएल में सक्रियता की प्रतीक्षा कर रहे हैं।