टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है, जिसने एक अद्भुत सफर का समापन कर दिया है। उन्होंने यह घोषणा बुधवार को अपने इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से की, जहां उन्होंने एक दिल से भरी हुई नोट लिखी। रोहित ने कहा कि यह उनके लिए अपने देश का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान रहा है और उन्होंने सभी प्रशंसकों का धन्यवाद किया। उन्होंने यह भी बताया कि वह वनडे फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व जारी रखेंगे।
रोहित की पत्नी रितिका साजदेह ने इंस्टाग्राम पर दिल टूटने वाली प्रतिक्रिया दी। इस खबर ने न केवल क्रिकेट प्रेमियों को बल्कि उनके परिवार को भी प्रभावित किया है। रोहित शर्मा के इस निर्णय ने उनके प्रशंसकों को भावुक कर दिया है।
रोहित शर्मा ने नवंबर 2013 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और 67 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतकों और 18 अर्धशतकों का समावेश है। उनका सर्वोच्च स्कोर 212 है, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक यादगार घरेलू श्रृंखला के दौरान आया था। वह भारत के 16वें सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
रोहित ने अपनी टेस्ट यात्रा की शुरुआत वेस्ट इंडीज के खिलाफ 177 रन की एक यादगार पारी से की थी, जिसे आज भी याद किया जाता है। उनके क्रिकेट करियर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने खेल में सुधार करने की कोशिश की।
हालांकि, प्रारंभिक वर्षों में, ‘हिटमैन’ ने खुद को टेस्ट क्रिकेट में एक प्रमुख बल्लेबाज के रूप में स्थापित करने में संघर्ष किया। 2013 से 2018 के बीच, उन्होंने केवल 27 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 1,585 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 151 रन था। विशेष रूप से, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन करना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा।
हालांकि, उनके टेस्ट करियर को ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के लॉन्च के साथ एक नया मोड़ मिला। इस प्रारूप ने उनके लिए एक नई दिशा दी। रोहित ने अपनी पारी की शुरुआत ओपनर के रूप में की और घरेलू धरती पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। WTC में 40 मैचों में उन्होंने 2,716 रन बनाए, जिसमें नौ शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं।
रोहित ने घरेलू मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 34 टेस्ट मैचों में 2,535 रन बनाए और 10 शतक बनाए। हालांकि, विदेशी मैदानों पर उनका प्रदर्शन कुछ कमज़ोर रहा, जहां उन्होंने 31 टेस्ट में 1,644 रन बनाए।
उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंग्लैंड में 2021-22 पटौदी ट्रॉफी के दौरान आया, जहां उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 368 रन बनाए। यह श्रृंखला उनके लिए खास रही क्योंकि उन्होंने केवल एक शतक बनाया था।
रोहित शर्मा ने अपने कप्तानी करियर में 24 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 12 जीत, 9 हार और 3 ड्रॉ शामिल हैं। उन्होंने भारत को 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुँचाया, लेकिन टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। उनकी कप्तानी में भारत ने कई महत्वपूर्ण मैच खेले, लेकिन अंतिम समय में उनका फॉर्म कुछ निराशाजनक रहा।
2024-25 का सीजन उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा। उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में केवल 164 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल था। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक घरेलू टेस्ट श्रृंखला में हार का सामना किया, जो उनके लिए एक कड़वा अनुभव था।
हालांकि, रोहित शर्मा का टेस्ट करियर एक प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने एक मध्य क्रम के बल्लेबाज से शुरू करके खुद को विश्व स्तर पर एक सशक्त ओपनर में बदल लिया। अब जब वह टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं, तो वह वनडे क्रिकेट में अपना योगदान जारी रखेंगे।